मंगलवार, 21 जून 2011

भव्यता और शोभा सोमनाथ की


अब सिनेमा ही करोड़ों का नहीं बनता, धारावाहिक भी बनते हैं। यह भी दिलचस्प है कि यह करोड़ों का आँकड़ा सौ से हजार तक भी जाता है। प्रस्तुतिकरण के बड़े कैनवास पर भव्यता की अपनी एक परिभाषा और आकर्षण गढ़ा जाता है। अपने आपमें यह कैनवास अन्तत: व्यापक और विराट स्वरूप लेता है और सबकुछ ठीकठाक हुआ तो दर्शक छोटे से लेकर बड़े परदे पर यह सब देखते हुए विस्मय से हतप्रभ रह जाता है।

हिन्दी सिनेमा और धारावाहिकों में हमारे समय के सबसे सक्रिय और चर्चित कला निर्देशक जयन्त देशमुख ने जब यह बताया कि छ: माह लगातार पाँच सौ से लेकर छ: सौ काम करने वाले दिन-रात एक करके नौ एकड़ भूमि पर निर्माण और सेट का विहँगम इस तरह रचते हैं कि लागत दस करोड़ से भी ज्यादा तक पहुँच जाती है, तो आश्चर्य होना स्वाभाविक था। यह बात शोभा सोमनाथ की धारावाहिक की हो रही थी जिसका प्रसारण अभी शुरू हुआ है। सप्ताह में पाँच दिन प्रसारित होने वाला यह धारावाहिक कम से कम चार साल तो शायद चलेगा ही, इसका अनुमान जयन्त देशमुख लगा रहे थे। जयन्त कहते हैं कि मन को सन्तुष्ट करने वाला, आनन्द प्रदान करने वाला और रचनात्मक सन्तृप्ति प्रदान करने वाला काम मैंने किया है, ऐसा मुझे इस काम को पूरा करने के बाद महसूस हुआ है क्योंकि गहन एकाग्रता और इतिहाससम्मत परिवेश के लिए काम करते हुए जिस तरह की जिम्मेदारी को मैंने महसूस किया, उसका परिणाम बहुत सुन्दर निकला।

मुम्बई से दूर गुजरात राज्य की सीमा में तलासरी के गाँव सावरोली में शोभा सोमनाथ की, धारावाहिक का एक तरह से पूरा माहौल बना दिया गया है। जयन्त विशेष रूप से सोमनाथ के मन्दिर का जिक्र करते हैं जो एक सौ आठ फीट ऊँचा बनाया गया है। यह मन्दिर बड़ा खूबसूरत और नयनाभिराम है। नौ एकड़ भूमि में मन्दिर के साथ-साथ राजमहल, शहर, गाँव, विभिन्न दृश्यों के सजीव फिल्मांकन के लिए छोटे-छोटे मनोरम स्थल और प्राकृतिक परिवेश की झलक प्रस्तुत करने में बहुत परिश्रम करना पड़ा है। विशेष रूप से इस दुनिया को खड़ी करने में खास रंगों का इस्तेमाल किया गया है, जो गुजरात की संस्कृति और परम्परा में अनन्त काल से अपनी मनोहारी पहचान रखते हैं।

एक हजार साल पहले की इस कहानी को धारावाहिक में देवपाटन और भरूच के राजा, राजकुमारी शोभना के चरित्र और प्रसंगों के माध्यम से दर्शाया जायेगा। जयन्त बताते हैं कि इतिहास, पुराण और कालातीत सन्दर्भों के शोधकर्ता, जानकार और विशेषज्ञ विकास कपूर ने इस धारावाहिक की प्रामाणिकता में अपना बड़ा योगदान किया है। बरसों बाद सदाशिव अमरापुरकर काम कर रहे हैं, वह भी पहली बार धारावाहिक के लिए। इसके अलावा पंकज धीर, अविनाथ वाधवान, सुधीर दलवी आदि शीर्ष कलाकारों के साथ मुख्य भूमिकाओं और सहायक भूमिकाओं में बड़ी संख्या में कलाकारों की सहभागिता शोभा सोमनाथ की धारावाहिक में नजर आयेगी।

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