पिछले कुछ समय से माधुरी दीक्षित हिन्दुस्तान में हैं। इस बार जरा कुछ ज्यादा ही लम्बी छुट्टी लेकर आयी हैं वे, ऐसा लगता है। यही कारण है कि कई शो में वो नजर आती हैं। उनकी सहभागिता अतिथि के रूप में भी होती है और शो की निर्णायक या विशेषज्ञ के रूप में भी। इधर अवार्ड समारोहों में भी उनकी भागीदारी नजर आ रही है। हाल ही में एक अवार्ड समारोह में वे शाहरुख के साथ नाचीं भी मंच पर। कुल मिलाकर यह कि माधुरी का मोह मुम्बई से, खासकर मायानगरी से छूट नहीं सका है। उनकी शादी यकायक सरप्राइज की तरह थी। कोई नहीं जानता था कि उनका दूल्हा कौन होगा, कहाँ का होगा। अचानक ही खुलासा हुआ और अपने बचे अनुबंधों को पूरा करके वे अपने परिवार की हो गयीं और अमेरिका चली गयीं।
इधर माधुरी दीक्षित के बिना मुम्बइया फिल्म उद्योग कुछ समय तो तंग रहा ही क्योंकि जाहिर है वे उस वक्त हीरोइन के रूप में नम्बर वन थीं और बहुत से निर्माण घरानों और सितारों की स्थायी सी नायिका थीं। उनके जाने से एक साथ कई हीरो प्रभावित हुए जिनमें सबसे खास तो अनिल कपूर ही जिनके साथ उनकी जोड़ी खासी जमी रही थी। खैर दौर बदला इसी बीच और हमारे सामने नायकों की नयी खेंप आ गयी और तेजी से नायिकाओं का परिदृश्य भी तब्दील हुआ, अनेकानेक नये चेहरे आये और गये। करीना, कैटरीना, दीपिका पर इण्डस्ट्री एकाग्र हो गयी। वरीय नायकों का काम कम हो गया मगर अक्षय कुमार, अजय देवगन, आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख खान जरूर आज तक अपनी-अपनी वजहों से जमे हुए हैं। ये लगभग सभी हीरो, माधुरी दीक्षित के साथ काम कर चुके थे मगर अब सभी अपने से आधी उम्र की नायिकाओं के साथ जोड़ी बनाकर भी जमे हुए हैं।
सम्भव है, दो-चार साल बाद परिदृश्य और खिसके या बदले मगर नायकों की अपेक्षा नायिकाओं का समय वाकई फिल्म जगत में बड़ा काम होता है। यही कारण है कि अवार्ड समारोह में शाहरुख के साथ नाचती माधुरी दीक्षित जो कभी उनकी हीरोइन हुआ करती थीं, उनसे बड़ी और अधिक परिपक्व नजर आ रही थीं। माधुरी को एक बार फिल्म रुपहले परदे के मोहपाश ने विचलित किया है। यशराज कैम्प की फिल्म दिल तो पागल है से अपना अलग स्थान बनाने वाली माधुरी इसी कैम्प की अपनी वापसी वाली फिल्म आजा नच ले में कमाल नहीं कर पायीं। अब कुछ विकल्प उनकी ओर से तथा कुछ विकल्प निर्माताओं की ओर से खुले हैं। देखना होगा, माधुरी क्या फैसला लेती हैं?
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