कोई गुस्ताखी करेगा
कोई सज़ा पायेगा
सज़ा देने वाले का
भला क्या जायेगा
हिमाकत कर सके
ऐसा साहसी नहीं कोई
तुम अगर रूठ गए
देखना वो कैसे मनायेगा
क्या खता है भला
आबोहवा जीने में
वैसे भी दूर है चाँद
नज़दीक भला क्या आएगा
कहने के अन्देशे और
न कहने की घुटन देखो
इस पर भी तुम कि
दर्द रह-रह सताएगा
1 टिप्पणी:
क्या खता है भला
आबोहवा जीने में
वैसे भी दूर है चाँद
नज़दीक भला क्या आएगा
Bahut SundarRachna
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