सोमवार, 14 मार्च 2011

रणवीर सिंह और बैण्ड बाजा

सिनेमा सचमुच किस्मत गढ़ता है पर कभी-कभी यह काम चमत्कारिक ढंग से होता है। इस ढंग से कि किसी को भी उम्मीद नहीं होती, क्या होने वाला है, किसका सितारा अचानक बुलन्द हो जायेगा, कौन ढलान पर फिसलता ही चला जायेगा, इतना नीचे उतरेगा कि सीढिय़ाँ भी कम पड़ जायेंगी। लेकिन यह बात रणवीर सिंह और उनकी को-स्टार अनुष्का शर्मा के बारे में जरा विपरीत जान पड़ती है। इस समय दोनों का सितारा बुलन्द है। दोनों का गॉड फादर यशराज बैनर है और दोनों ही यश चोपड़ा को मन ही मन दुआ देते फूले नहीं समा रहे हैं।

अनुष्का शर्मा का तो ठीक है उन्हें दो साल पहले शाहरुख खान के साथ रब ने बना दी जोड़ी में काम करने का मौका मिल गया था और बादशाह के होते हुए भी उन्होंने अपने काम और किरदार से अपनी जगह बना ली थी। यही कारण था कि उनको आगे भी काम मिला और खास बैण्ड बाजा बारात जैसी फिल्म मिली जिसमें उनके साथ एकदम नये सितारे रणवीर सिंह थे। इस फिल्म का निर्देशन करने वाले मनीष शर्मा की बड़े युवा और काबिल निर्देशक बनकर सामने आये। बैण्ड बाजा बारात के प्रदर्शन के लगभग तीन माह पहले यश चोपड़ा जी से इन्दौर में एक लम्बी बातचीत हुई थी तब उन्होंने बड़े आत्मविश्वास के साथ इस फिल्म का जिक्र किया था। स्टार कास्ट पूछने पर उन्होंने अनुष्का के साथ रणवीर सिंह का नाम बताया तो सहसा विश्वास नहीं हुआ कि हम एक ऐसी फिल्म के बारे में बात कर रहे हैं जो आश्चर्यचकित कर देने वाली सफलता बैनर और टीम को दिलायेगी।

एक बड़ी सहज सी फिल्म किस तरह नयी पीढ़ी के साथ-साथ और दर्शकों की भी निगाह चढ़ गयी, वाकई यह चमत्कार सा ही है। रणवीर सिंह एक मेहनती और भावुक इन्सान होने के साथ-साथ लगन के साथ काम करने वाला युवा कलाकार है। बैण्ड बाजा बारात के लिए उसने कई अवार्ड जीते और हर अवार्ड पर खुशी के आँसू बहाये। इसकी भीगी आँखें, भीतर की सहजता को बयान करती हैं। दुआ करते हैं कि यह ऊर्जावान कलाकार मुम्बइया सिनेमा की भेड़चाल का शिकार न हो।

बैण्ड बाजा बारात की सफलता के बाद यशराज फिल्म्स ने रणवीर सिंह को तीन फिल्मों का ऑफर दिया है जिसमें से एक के निर्देशक मनीष शर्मा ही हैं, बैण्ड बाजा वाले और दूसरी का निर्देशन शाद अली करेंगे। रणवीर सिंह के रूप में ऐसे युवा की हिन्दी फिल्मों में आमद है जो चांदी का चम्मच मुँह में लेकर नहीं आया है। भरोसा किया जा सकता है कि यह कलाकार अपनी प्रतिभा से सफलताएँ अर्जित करेगा और कुछ वर्ष अपनी छबि को समृद्ध करने में लगायेगा।

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