तीन दिन पहले फेसबुक पर लोकप्रियता का एक सर्वे विभिन्न अखबारों की प्रमुख खबर बना जिसमें यह बताया कि मौजूदा दो-तीन सितारों में फेसबुक में सबसे ज्यादा लोकप्रियता आमिर खान की है। दरअसल आज के समय में सारी की सारी स्पर्धा तीन परिपक्व उम्र नायकों के इर्द-गिर्द आकर सिमट गयी है।
इसमें वरीयता क्रम से देखें तो आमिर खान, फिर सलमान खान और फिर शाहरुख खान का नाम आता है। हिन्दी फिल्मों में भी ये कलाकार इसी क्रम से आये थे। आमिर मुम्बई के हैं, नासिर हुसैन परिवार से हैं, उनको अच्छी फिल्में मिलीं, अच्छी फिल्में चुनना उनको आयीं। हालाँकि हमेशा ऐसा नहीं रहा कि उन्होंने अच्छा ही चुनाव किया हो। उनकी विफल फिल्में भी हैं और ऐसी भी जो उम्मीद के मुताबिक नहीं चल पायीं।
सलमान खान भी मुम्बई के ही हैं, जाहिर है। वे अपने बल पर खड़े हुए। सहायक भूमिकाओं, बीवी हो ऐसी की भूमिका से होते हुए केन्द्रीय भूमिकाओं में आये और आज अपने आसपास के सभी कलाकारों में सबसे अच्छे वक्त पर काबिज हैं। तीसरे शाहरुख खान दिल्ली से मुम्बई आये। उनको कुछ निर्देशकों का समर्थन था, कुन्दन शाह, अजीज मिर्जा जैसे मध्यवर्गीय सिनेमा बनाने वाले निर्देशक जिनके पास कभी सुपरहिट फार्मूला नहीं रहा, लेकिन इन्हीं की फिल्मों चाहे वो कभी हाँ कभी ना हो या राजू बन गया जेंटलमेन, शाहरुख ने अपने कैरियर के लिए लगभग करो या मरो शैली में काम किया। खूब काम करके उनकी वकत बनी। ग्रे शेड की भूमिकाओं अंजाम, बाजीगर, डर ने उनको एकदम सफल और लोकप्रिय बनाया और वे जमे जमाये कलाकारों के लिए भी चुनौती बन गये।
अब लेकिन स्थितियाँ विपरीत हैं। तीनों खान खासे स्थापित हैं, आपस में एक-दूसरे से श्रेष्ठ साबित होने की चुनौती उनके सिर पर लगातार सवार है, आपस में रिश्ते स्वस्थ नहीं हैं। हमेशा सुर्खियों को प्रस्तावना से उपसंहार तक की सार्थकता मानने वाला इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अपने लिए जवाब निकलवाता ही रहता है। सुर्खियाँ बनती रहती हैं, विवाद खत्म नहीं होते।
आमिर बाकी दो कलाकारों से जरा बड़े भी हैं उम्र में और उनके जवाब संयत होते हैं। बहुत सा काम वो मुस्कराकर चलाते हैं। आमिर हमेशा चाहते हैं कि उनके पक्ष में उनकी फिल्में ही बोलें, जो कि एक अच्छे कलाकार का गुण भी है, सो लोकप्रियता उनके पास ज्यादा है, होनी चाहिए। सलमान की ही तरह उनकी सामाजिक जागरुकता भी सराही जाती है।
अपनी पीढ़ी में वो एक ऐसे कलाकार हैं जो सिनेमा माध्यम और उसके प्रभाव को भलीभाँति समझते हैं। ऐसा कलाकार भला क्यों न लोकप्रिय होगा, दरअसल आमिर खान लोकप्रिय होने की पूरी प्रक्रिया से वाकिफ हैं।
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