पिछले दिनों हमने बात की थी कि माधुरी दीक्षित कुछ समय के लिए अमेरिका से मुम्बई आयी हुई हैं। हवाई अड्डे पर उन्होंने बताया था कि कुछ टीवी प्रोजेक्ट और फिल्मों के लिए वे अपने शहर आयी हैं। जल्दी ही परिणाम सामने आया और हमने उन्हें झलक दिखला जा सीरियल में देखना शुरू कर दिया है। दरअसल किसी भी अभिनेत्री के लिए बॉलीवुड को पूरी तरह तिलांजलि देना आसान नहीं होता। शादी एक ऐसी विवशता है उनके लिए जो ठीक उस समय अपना ली जाती है जब फिल्मों का बाजार नर्म हो रहा होता है।
माधुरी दीक्षित के एक अन्तराल बाद इस टीवी शो के माध्यम से आने की झलक जिस सैलाब नाम की विफल फिल्म के गाने, कोई आये ले के प्यार, से प्रचारित की जा रही है, वह सचमुच माधुरी दीक्षित के लिए एक व्यर्थ की फिल्म साबित हुई थी। शादी के बाद यशराज फिल्म्स की एक फिल्म के लिए वे दो साल पहले आयीं थी, वह फिल्म भी न चली और वे झलकनुमा एक डाँस शो की होस्ट बनी रहकर लौट गयीें लेकिन सच है कि बॉलीवुड के आकर्षण ने उनका चैन छीने रखा। फिल्म जगत में सम्पर्क सूत्र हमेशा सक्रिय रहते हैं और काम में लगे रहते हैं, इसी का परिणाम था कि माधुरी दीक्षित के आने का फिर मौसम बन गया।
विवाह के बाद अपना समय पूरी तौर पर घर के लिए समर्पित कर देने वाले उदाहरण कम ही हैं। हम ऐसी अभिनेत्रियों में विशेष रूप से अपने समय की यादगार अभिनेत्री नरगिस को याद करते हैं जिनके सामने मदर इण्डिया जैसी फिल्म की बड़ी सफलता थी, मगर सुनील दत्त से शादी हो जाने के बाद उन्होंने घर की मर्यादा में खुशी-खुशी अपने को अनुशासित किया। उस समय कई निर्देशकों ने उनको अपनी फिल्में ऑफर की थीं, यह कहते हुए कि ऐसे किरदार केवल आप ही कर सकती हैं, पर उन्होंने शिष्टतापूर्वक सभी से क्षमा माँग ली। लम्बे समय तक वहीदा रहमान ने भी विवाह करके अपने आपको जवाबदारियों से जोड़े रखा। बड़े सीमित और गरिमापूर्ण अनुबन्ध ही उन्होंने किए।
मुमताज अपने समय की सफल अभिनेत्री थीं। उन्होंने भी व्यावसायी मयूर माधवानी से शादी की और फिल्मों की तरफ नहीं आयीं। बड़े बाद में पहलाज निहलानी की एक फिल्म की मगर उस पर किसी का ध्यान नहीं किया। कपूर परिवार में राजकपूर की बहुएँ रणधीर कपूर की पत्नी बबीता और ऋषि कपूर की पत्नी नीतू सिंह ने भी शादी के बाद फिल्में छोडऩे का फैसला किया और परिवार को तवज्जो दी। नीतू सिंह को अभी ही हमने एक-दो फिल्मों में देखा है।
माधुरी दीक्षित का एक बार फिर से आना, बॉलीवुड के एकदम बदले जमाने में आना है। बेशक उनके समय के नायक आज भी सक्रिय हैं पर वे करीना, कैटरीना, दीपिका और विद्या बालन के साथ काम कर रहे हैं। पता नहीं माधुरी को सशक्त भूमिकाएँ मिलेंगी भी कि नहीं। सुभाष घई, राजकुमार सन्तोषी, इन्द्र कुमार आदि पर उनको भरोसा अभी भी है। देखते हैं क्या होता है?
1 टिप्पणी:
हां, हमें भी इंतज़ार है उनके बड़े पर्दे पर दीदार का।
एक टिप्पणी भेजें