दिलचस्प प्रोमो के साथ एक धारावाहिक, अम्माँ जी की गली का प्रचार सम्बन्धित चैनल के साथ-साथ शहरों में भी जगह-जगह है। शुरू में अम्माँ जी कौन होंगी, इस बात को जाहिर नहीं किया गया था, लेकिन बाद में बहुत से किरदारों को अलग-अलग प्रचार में पेश करने के साथ ही अम्माँ जी को भी शामिल किया गया। पहचानने वालों ने धीरे-धीरे पहचान लिया है कि ये अम्माँ जी और कोई नहीं हिन्दी फिल्मों की चिर-परिचित कलाकार फरीदा जलाल हैं जो पिछले पाँच दशक के अनुभवों से समृद्ध हैं और इस धारावाहिक में वे केन्द्रीय भूमिका में कुछ अलग करने जा रही हैं।
फरीदा जलाल ने टेलीविजन के लिए जिन धारावाहिकों में काम करना मंजूर किया उनमें से देख भाई देख, शरारत और बालिका वधू के बारे में दर्शक जानते हैं। तीनों ही धारावाहिकों में उनकी भूमिकाएँ अहम थीं। आज लगभग बासठ वर्ष उम्र की फरीदा जलाल ने दस-ग्यारह वर्ष की उम्र में पहली बार चौदहवीं का चांद फिल्म में बाल कलाकार के रूप में काम आरम्भ किया था। इस फिल्म में गुरुदत्त और वहीदा रहमान की प्रधान भूमिकाएँ थीं। मोहम्मद सादिक निर्देशित इस फिल्म में वे बेबी फरीदा के रूप में नजर आयी थीं। यहाँ से उनका सफर जो शुरू हुआ तो फिर शायद दो-तीन सौ फिल्में होंगी, जिनमें उन्होंने काम किया।
वे सत्तर के दशक से नायक की बहन के रूप में खूब जानी गयीं। उस समय के सभी लोकप्रिय नायकों राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, जितेन्द्र, विनोद खन्ना सभी की सफल फिल्मों में फरीदा जी की भूमिकाएँ उस समय के युवा दर्शकों को याद होंगी। हालाँकि उस समय कहा जाता था कि नायिकाओं की भूमिकाओं की उनको चाह रही पर उस क्षेत्र में सफलता न मिल पाने के कारण उन्होंने बहन के रोल करने शुरू किए। हालाँकि वे बहन-लुक में उस समय की सबसे ज्यादा पहचानी जाने वाली कलाकार थीं।
नब्बे के दशक के बाद उनको इस तरह की भूमिकाएँ मिलनी बहुत कम हो गयीं। बाद में जब हिन्दी सिनेमा में शाहरुख खान, अक्षय कुमार, सलमान खान जैसे सितारों का आगमन हुआ तब फरीदा जी को निर्माताओं ने माँ की भूमिका के लिए लेना फिर शुरू किया। यह उनकी एक तरह से वापसी जैसी थी। फिर इसी बीच श्याम बेनेगल ने मम्मो फिल्म में उनको मम्मो मौसी की भूमिका दी जो बहुत ही मर्मस्पर्शी थी। इस दौर में एक बार फिर फरीदा जी की पूछ-परख बढ़ी और वे सक्रियता के साथ काम करती चली गयीं।
फिल्मों से ज्यादा उन्होंने इस समय के टेलीविजन धारावाहिकों के अच्छे प्रस्तावों में रुचि ली और यहाँ लोकप्रिय धारावाहिकों में काम करते हुए वे, अम्माँ जी की गली से एक बार फिर घर-घर अपने नये अन्दाज से जानी जायेंगी।
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